संकट की घड़ी में मूक जीवों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं: डॉ योगी जीवन नाथ

 संकट की घड़ी में मूक जीवों की  सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं: डॉ योगी जीवन नाथ

उदयपुरवाटी (झुंझूंनूं), कैलाश बबेरवाल। अ.भा.संत समिति-राजस्थान के सहसंगठनमंत्री, अ.भा.जीवरक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व योगीश्वर महादेव सिद्धपीठ सेवा संस्थान ट्रस्ट, कोटबांध (शाकंभरी) के महंत डा. योगी जीवननाथ महाराज ने विश्व में फैली कोविड19 कोरोना वैश्विक महामारी के कारण लगे लॉकडाउन/जनता कर्फ्यू के कारण सभी के घरों में बंद होने के कारण मानवाश्रित लावारिस मूक जीव-जंतु यथा-गाय, सांड, बंदर, कुत्ता, बिल्ली, मोर, कबूतर, तोता, चिडिय़ा आदि जीवों के सामने भोजन, दाना-पानी व चारे का संकट आ गया है। उनके जीवन पर भी यह महामारी भारी पड़ रही है। वे बेचारे भूखे प्यासे भटक रहे हैं।
उन्होने उनके दाना-पानी, फलों व चारे की व्यवस्था करते हुए संवेदनशील आम आदमी, संस्थाओं व प्रशासन का आह्वान किया कि वे मानव के साथ-साथ इन लावारिस मूक जीवों के लिए भी आगे आयें। उन्होंने बताया कि उनका यह सेवाकार्य 26मार्च से 14 अप्रेल तक शेखावाटी के झुंझुनूं व सीकर जिलेे के विभिन्न क्षेत्रों में किया जायेगा। इस पावन कार्य में उनके साथ साध्वी शक्ति परिषद् राजस्थान की संगठनमंत्री डा. साध्वी योगश्री नाथ महाराज, अ.भा.जीवरक्षा विश्नोई सभा के सीकर जिलाध्यक्ष सुमेर सिंह शेखावत सांवलोदा लाडखानी भी लगे हुए हैं।
उन्होने बताया कि कोरोना महामारी को हराने हेतु 30 मार्च को सांवलोद लाडखानी के मुख्य मार्गों व गलियों में नि:शुल्क सोडियम हाइपोक्लोराईड का छिड़काव किया जायेगा। डा.योगी ने बताया कि इस अद्दृश्य विषाणु (वाइरस) से फैली भयंकर विश्व महामारी कोरोना के बचाव में ही बचाव है। हम सभी को सामाजिक दूरी बनाये रखना है। घर में ही रहना है, बाहर नहीं घूमना है। तभी इसकी रीढ़ व आगे फैलने की चेन टूटेगी। प्रधानमंत्री के आह्वान में हमारे साथ से निश्चित ही कोरोना हारेगा भारत विजयी बनेगा।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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