डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
राजस्थान अनुसूचित जाति जनजाति एवं मूल ओबीसी एकता महासंघ के बैनर तले भव्य सम्मान समारोह आयोजित
शाहपुर, विजयङ्क्षसह। ग्राम पंचायत द्वारिकपुरा स्थित शायर मीणा की ढाणी में निहालचंद गोपी राम, मामराज तथा लक्ष्मण मीणा के संयुक्त नेतृत्व में एवं राजस्थान अनुसूचित जाति जनजाति व मूल ओबीसी एकता महासंघ के संयोजक नितेंद्र मानव की अध्यक्षता में अतिथि सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में संघ के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व थानेदार शंकर लाल जाटावत के निर्देशानुसार ग्राम इकाई का सर्वसम्मति से गठन भी किया गया जिसमें अध्यक्ष रोहित बायला नवनिर्वाचित सरपंच द्वारिकपुरा व महामंत्री निहाल चंद मीणा तथा उपाध्यक्ष मालीराम यादव रिटायर सैनिक को चुना गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनता दलयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास यादव ने अपने वक्तव्य में बताया कि, मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है उसे समाज में रहते हुए अन्य व्यक्तियों तथा वस्तुओं की भी आवश्यकता होती है कोई भी व्यक्ति अकेले अपने जीवन की समस्त आवश्यकताओ की पूर्ति नहीं कर सकता। प्रत्येक व्यक्ति एक दूसरे के सहयोग से आगे बढ़ता है इस प्रकार मिलजुल कर काम करने को ही संगठन कहते है। संसार में प्रत्येक वस्तु का निर्माण संगठन से ही हुआ है हमारा शरीर भी पांच तत्वों के संगठन से बना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नितेंद्र मानव ने अपने वक्तव्य बताया कि वास्तव में संगठन सभी शक्तियों का मूल है। अकेली बूंद कुछ नहीं कर सकती किंतु बूंदों का संगठन बाढ़ का रूप धारण कर सकता है। संगठन के प्रदेश महामंत्री व कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि लालचंद मीणा ने बताया कि वर्तमान युग में तो संगठन की और भी अधिक आवश्यकता है। इसी के बल पर मजदूर वर्ग व किसान वर्ग तथा कोई भी उद्यमी अपने हितों की रक्षा करता है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे संगठन के कोषाध्यक्ष जगदीश नीझर ने भी अपना दमदार टैलेंट प्रस्तुत किया। संगठन को और अधिक मजबूत बनाने पर बल देते हुए सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए स्वागत किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व सरपंच मनराज गुर्जर, सरपंच प्रतिनिधि भैरूलाल अरोड़ा, जगदीश, राजेश हार्डिया, मनीष गोठवाल, बलवंत मीणा, गिरिराज गोठवाल, चिरंजीलाल, हेमराज वर्मा, राकेश कड़ेला, मनोज गोठवाल, राम अवतार वर्मा सहित सभी वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में आयोजकों की ओर से सभी आगंतुकों का साफा और मालाओं द्वारा शानदार अंदाज में स्वागत किया। इस दौरान दाल बाटी चूरमा के सामूहिक भोज का आयोजन हुआ। इस मौके पर सैकड़ों लोग मौजूद थे।