डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
प्रयत्न करता रह तू ए इंसान
रविन्द्र पुरी गोस्वामी
मोबाइल: 8112204094
थकना नहीं हैं, झुकना नहीं है,
रुकना नहीं हैं, झिझकना नहीं है,
कोरोना से छिड़े इस युद्ध में,
शीर्ष झुकाकर टूटना नहीं है।
माना तेरा प्रकोप प्रचंड है,
लेकिन हौसला हमारा भी अखंड है।
जितना तू आगे बढ़ेगा,
उतना ही हमारा हौसला बढ़ेगा,
देख हमारी एकता को,
तेरा घमंड भी चकनाचूर होएगा।
तू भी उस रावण की भांति है,
जिसमें भरा था अविनाशी घमंड,
जो टिक ना पाया इस जमीन पर वो योद्धा,
तो तू क्या टिकेगी ए महामारी।
थकना नहीं है, झुकना नहीं है,
रुकना नहीं है, झिझकना नहीं है,
कोरोना से छिड़े इस युद्ध में,
शीर्ष झुकाकर टूटना नहीं है।
कुदरत की इस मोह-माया में,
ना जाने यह कैसा युद्ध छिड़ा है,
इंसान ही बन गया है इंसान का दुश्मन,
ऐसा इस महामारी का प्रकोप बड़ा है।
सुन ले तू ए इंसान,
योद्धा है तू, बलशाली है तू,
इस महामारी के युद्ध-स्थल में खड़ी,
एक विराट प्रतिष्ठा है तू।
डट कर सामना कर इस महामारी का,
क्यूंकि झुकना तेरे स्वभाव में नहीं है,
डरना मत कभी तू ए इंसान,
क्यूंकि तेरे साथ तेरा भगवान खड़ा है।
थकना नहीं है, झुकना नहीं है,
रुकना नहीं है, झिझकना नहीं है,
कोरोना से छिड़े इस युद्ध में,
शीर्ष झुकाकर टूटना नहीं हैं।।