शिवाजी राष्ट्र धर्म के उत्प्रेरक थे: कैलाश सत्यार्थी

 शिवाजी राष्ट्र धर्म के उत्प्रेरक थे: कैलाश सत्यार्थी

शाहपुरा (जयपुर), रामस्वरूप रावतसरे।
शाहपुरा के रजनीश हॉस्पिटल में छत्रपति शिवाजी के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी राष्ट्र धर्म के उत्प्रेरक थे। उन्होंने हमेशा मानवीय दृष्टिकोण को सामने रखते हुए आजीवन दुश्मनों से लड़ाई लड़ी। छत्रपति शिवाजी को कई प्रकार के प्रलोभन दिये गये लेकिन उन्होंने कभी भी राष्ट्र धर्म को नहीं छोड़ा। हमें उनके कर्म क्षैत्र को ध्यान में रखते हुए अपने आपको समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पित करना चाहिये।
इस अवसर पर बाल आश्रम विराटनगर की निर्देशिका श्रीमती सुमेधा कैलाश ने छत्रपति शिवाजी को नमन करते हुए कहा कि हम अपने क्रान्तिकारी वीरों के पद चिन्हों पर चल रहे है। उन्होंने कहा कि, हमें समाज में हो रहे समाज विरोधी कार्यों का खुलकर विरोध करना चाहिये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रजनीश हॉस्पिटल के निदेशक डॉ रजनीश शर्मा ने छत्रपति शिवाजी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा बताया कि हमें इनके राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव को सामने रखकर आगे बढऩा चाहिये।
नगरपालिका अध्यक्ष बंशीधर सैनी ने भी डॉ. रजनीश की सराहना करते हुए कहा कि, वे महापुरूषों को लेकर कोई ना कोई कार्यक्रम करते रहते हैं उनका यह प्रयास सराहनीय है। यह समाज में विशेष रूप से युवाओं के लिए बहुत ही प्रेरणादायी है।
कार्यक्रम के दौरान कैलाश सत्यार्थी ने अपनी पुस्तक ‘कोविड 19 सभ्यता का संकट और समाधानÓ की एक प्रति डॉ. रजनीश को एवं एक प्रति रामस्वरूप रावतसरे को भेंट की। डॉ रजनीश ने आगन्तुक अतिथियों का माला पहना कर स्वागत किया।
कार्यक्रम में डॉ. कानन शर्मा, देवीपुरा के वर्तमान सरपंच मदन सिंह शेखावत, मदर टेरेसा स्कूल शाहपुरा के निदेशक राजेश टेलर, नरेश शर्मा पार्षद, माली राम सैनी पार्षद, रेखा गुप्ता पार्षद, मितेरा पार्षद, रोशन लाल पार्षद, मोहन लाल पार्षद, इन्द्रराज पलसानीयां पार्षद तथा राजेन्द्र प्रसाद लील पार्षद , सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुमावत के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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