गुरू पूर्णिमा पर आदिवासी गुरू सुरमाल खराड़ी को किया नमन

 गुरू  पूर्णिमा पर आदिवासी गुरू सुरमाल खराड़ी को किया नमन

बिछीवाड़ा, विकास मोडिया।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भील बस्ती (बिछीवाड़ा) में आदिवासी गुरु सूरमाल महाराज को पुष्प माला अर्पित कर उनको नमन किया और कोविड-19 कोरोना महामारी की वर्तमान चुनौतियों एवं समाधान के लिए उनके आदर्शो पर चलने के लिए याद किया गया जैसे कि-
प्रकृति की पूजा में विश्वास रखने वाले आदिवासी समुदाय के लोग कोरोना से सुरक्षित है।
आदिवासी समुदाय को सादा जीवन उच्च विचार, नैतिकता और प्रकृति के साथ जुड़कर जीने का सिद्धांत हमेशा वे सिखाते थे।
संत सुरमाल द्वारा सिखाए गए जीवन के तरीकों से ही आदिवासी समुदाय के लोगों पर कोरोना का कोई असर नहीं हुआ।
वे आदिवासियो की विशेष संस्कृति को बचाए रखने पर भी हमेशा जोर देते थे। उनके अनुरूप आज आदिवासियों ने इनकी विशेष संस्कृति को बनाए रखा जिसके कारण इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
उन्होंने हमेशा बाहर का न खाना, नशा मुक्त और पूर्णत: शाकाहारी बने रहने के लिए समाज को हमेशा संदेश दिया है।
आज वर्तमान में ये सभी परिस्थितियां सिद्ध होती नजर आ रही है। वर्तमान चुनौतियों से निपटने या राहत पाने के लिए उनके कहे आचरणों का अनुकरण करके हम इस भयावह महामारी से निपट सकते हैं।
इस मौके पर मन्नालाल ननोमा ने कहा कि देश ओर दुनिया को चैन और अमन से रहना है तो इस देश और दुनिया के आदिवासी का बचना और इन आदिवासियों की संस्कृति और रीति रिवाज को जिंदा रखना जरूरी है। आज के इस अवसर पर समाज सेवी नारायण लाल मोडिया, दिलीप मेनात, मन्नालाल ननोमा, अभिषेक, रोहित आदि उपस्थित रहे।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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