डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
सैनिक राम सिंह मीणा की शहादत को सलाम
राजकीय सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि
उदयपुरवाटी (झुंझूंनूं), कैलाश बबेरवाल।
सीकर जिले की नीमकाथाना उपखंड के भूदोली गांव का दसवीं भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल में जीडी के पद पर कार्यरत राम सिंह मीणा की पार्थिव देह रविवार को सुबह गांव भुदोली में पहुंची। जहां गांव के मुख्य स्टैंड के पास स्थित श्मशान भूमि में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
उनकी शव यात्रा में गांव के लोगों ने भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगाए तथा श्मशान भूमि पर आईटीबीपी की टुकड़ी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी। राम सिंह मीणा आईटीबीपी में सन 2012 में जीडी के पद पर भर्ती हुए थे। 29 मई को उनकी मेडिकल कॉलेज राजौरी जम्मू कश्मीर में हृदय गति रुकने से मौत हो गई। ये 28 साल के थे। इनके तीन भाई हैं, भाइयों में सबसे छोटे थे। आई.टी.बी.पी. के जवान राम सिंह मीणा एक महीने बाद (29 जून को) अपने साले की शादी में आने वाले थे। राम सिंह मीणा अपने घर में अकेले कमाने वाले थे। पूरा परिवार इन पर ही निर्भर था। परिवार की स्थिति गरीब है घर का खर्चा इन्हीं के द्वारा चलता था।
इन्होंने उठाई मांग: सुरेश मीणा किशोरपुरा प्रदेश प्रधान आदिवासी मीणा सेवा संस्थान ने कहा कि राम सिंह मीणा 9 साल से देश की सरहद की सीमाओं पर देश की सुरक्षा कर रहे थे। उनमें देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था, ऐसे में आज इस सपूत के परिवार की चिंता करना हमारा नैतिक दायित्व है। हम सरकार से मांग करते हैं कि इस परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। ऐसे में इनके परिवार को अच्छा पैकेज दिया जाए, जवान राम सिंह को शहीद का दर्जा दिया जाए, भूमिहीन परिवार को जमीन अलॉट की जाए, गांव के मुख्य स्टैंड पर स्टेचू बनाया जाए, किसी विद्यालय का नामांकरण राम सिंह के नाम से किया जाए व उनके एक परिजन को सरकारी नौकरी देते हुए हर संभव सरकार द्वारा परिवार की मदद की जाए।
रमेश खंडेलवाल पूर्व विधायक नीमकाथाना ने कहा कि जवान राम सिंह मीणा को शहीद का दर्जा दिया जाए और परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए आर्थिक पैकेज दिया जाए। इस दौरान हजारी लाल मीणा पंचायत समिति सदस्य गुड़ा, भूदोली सरपंच दिनेश कुमार जांगिड़, उप सरपंच उमेद सिंह, पूर्व सरपंच सुरेश शर्मा, गुमान सिंह मीणा, ओम प्रकाश मीणा, रतन लाल मीणा, रामनिवास मीणा, बाबूलाल मीणा, जगमाल मीणा, रोहिताश मीणा प्राचार्य, मुकेश मीणा अध्यापक, रामसिंह प्रधान सहित ग्रामीण तथा टुकड़ी के जवान मौजूद थे।