डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
8वीं कक्षा तक का सिलेबस 50% करने की तैयारी
- शिक्षा
- 05-12-2020
- 126
पासिंग माक्र्स 26% करने की संभावना
10वीं एवं 12वीं की तरह विद्यार्थियों के सिलेबस में होगी कटौती, बिना परीक्षा किसी भी विद्यार्थी को उत्तीर्ण घोषित नहीं किया जाएगा।
जयपुर। 10वीं एवं 12वीं की तरह आरबीएसई के पहली से आठवीं कक्षाओं के सिलेबस में भी कटौती होगी। वहीं, पासिंग माक्र्स को भी घटाने की तैयारी चल रही है। हालांकि पहली से आठवीं के सभी विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। बिना परीक्षा किसी को भी उत्तीर्ण घोषित नहीं किया जाएगा।
कोरोना की वजह से 15 मार्च से राज्य के सभी स्कूल बंद हैं। बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही चल रही है। उधर राज्य सरकार ने 10वीं और 12वीं के सिलेबस में 40 प्रतिशत की कटौती की है। इसी तर्ज पर पहली से आठवीं में पढऩे वाले बच्चों का सिलेबस 50 फीसदी करने की तैयारी कर ली है। इतना ही नहीं पासिंग माक्र्स भी 33 प्रतिशत घटाकर 26 प्रतिशत करने की संभावना है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है।
दिसंबर के पहले सप्ताह में इसकी अधिकारिक घोषणा हो सकती है। राज्य में अभी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को एक वर्कबुक दी जा रही है। इस वर्कबुक में बच्चे घर पर ही पढ़ाई करेंगे और वर्कबुक भरकर स्कूल में जमा कराएंगे। इस वर्कबुक को स्कूल में शिक्षक चेक करेंगे। इसके बाद बच्चों की तय समय पर परीक्षा ली जाएगी। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि वर्कबुक सिर्फ सरकारी स्कूल के बच्चों को मिलेगी या फिर निजी स्कूलों को भी जारी होगी। राज्य में घर बैठे बच्चों को पढ़ाने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक के प्रयासों से ई-कक्षा शुरू की गई। इसके तहत कक्षा 6 से 12वीं तक के सभी विषयों के शिक्षकों से तैयार वीडियो यू-ट्यूब चैनल पर डाले जा रहे हैं। जहां हजारों की संख्या में बच्चे इसे देख रहे हैं।
1 से 8 तक की कक्षाओं का पाठ्यक्रम अभी तक जारी नहीं किया
1 से 8 तक की कक्षाओ का पाठ्यक्रम अभी तक जारी नहीं किया गया है। विद्यार्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई कि वे क्या पढ़ें और क्या नहीं पढ़ें। सूत्रों के अनुसार आरबीएसई की अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं दिसंबर में होनी हैं और इसके बाद कुछ माह में वार्षिक परीक्षाओं का भी दौर शुरू होना है लेकिन शिक्षा विभाग ने अभी तक इन परीक्षाओं को लेकर कोई कैलेंडर जारी नहीं किया है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद से जिले के सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन पठन-पाठन जारी है।