विधायक रावत की भूख हड़ताल से सकते में आई सरकार

 विधायक रावत की भूख हड़ताल से सकते में आई सरकार

चार घण्टे में प्रशासन ने मानी सारी मांगे

ब्यावर (अजमेर), मो. अहमद।
शहर में विधायक शंकर सिंह रावत ने तीन दिन पूर्व प्रेस वार्ता कर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, सरकार ब्यावर विधानसभा के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। ब्यावर के एक मात्र अमृतकोर अस्पताल में आस पास के कई जिलों के कोरोना के मरीज आ रहे हंै परन्तु अस्पताल में ना ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा है और डॉक्टर स्टॉफ व केंद्र सरकार द्वारा दिये गए 14 वेंटीलेटर भी बन्द पड़े हैं।
ना साफ सफाई की व्यवस्था और ना ही 18+ के युवाओं को वैक्सीन मिल रही है। इस कारण 20 से 25 मौत ऑक्सीजन व अन्य अव्यवस्था के कारण हो रही है और सरकार व अस्पताल प्रशासन मौत के आंकड़ों को छुपा रही है। इन सब मांगो को लेकर विधायक शंकर सिंह रावत ने सरकार को अल्टीमेटम देकर कहा कि अगर तीन दिन में अमृतकोर अस्पताल के हालात नहीं सुधरे तो उपखण्ड कार्यलय के बाहर भूख हड़ताल कर धरना देंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस चेतावनी के तीन दिन निकलने के बाद भी सरकार व प्रशासन ने अमृतकोर अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया तो विधायक शंकर सिंह रावत ने रविवार को प्रात: 11 बजे उपखण्ड कार्यलय के बाहर धरना लगाकर अपने समर्थकों के साथ भूख हड़ताल शुरू कर दी। उनके भूख हड़ताल पर बैठते ही आला जिला प्रशासन व सरकार सकते में आ गई। धरने के कुछ ही देर बाद ब्यावर उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार ने धरना स्थल पहुंच कर विधायक से वार्ता की परन्तु वार्ता विफल रही।
धरने के चार घण्टे बाद ही अजमेर जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि विशाल दुबे धरना स्थल पर पहुंचे उनके साथ आला प्रशासन व उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, कोविड प्रभारी शलभ टण्डन, सी.आई रणवीर सिंह सहित आला अधिकारी ने विधायक शंकर सिंह रावत की सभी मांगो पर सहमति जताई। जिसमें कलेक्टर के प्रतिनिधि विशाल दुबे एवं उपखण्ड अधिकारी ने विधायक को छाछ पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त करवाई।
इस दौरान मीडिया के समक्ष कलेक्टर प्रतिनिधि विशाल दुबे ने विधायक द्वारा की गई मांगो को स्वीकार करते हुवे अमृतकोर अस्पताल के हालात तत्काल प्रभाव से सुधारते हुए संज्ञान लिया।
323 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन व 10 वेंटीलेटर तत्काल प्रभाव से चालू करने व एक सप्ताह में 18+ के युवाओं को वैक्सीन लगाने व अस्पताल में अतिरिक्त स्टाफ में पारदर्शिता लाने व ग्रामीण क्षेत्रों में बीमार लोगों का घर घर सर्वे व कोविड मेडिसिन किट उपलब्ध करवाने व ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक बन्द कर कार्रवाई करने एवं प्रत्येक सरकारी डॉक्टरों को कोविड मरीजो को घर की बजाय अस्पताल में देखने हेतु पाबन्द करने सहित सभी मांगो पर सहमति बनी।
विधायक शंकर सिंह रावत ने धरना समाप्ति के बाद मीडिया बन्धुओं को धन्यवाद ज्ञापित कर इसे ब्यावर की जनता की जीत बताया व उनके साथ धरने में बैठे सभी जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया व कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाकर विधायक का स्वागत कर शंकर सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए।
वार्ता के दौरान पार्षद कुलदीप बोहरा व सुरेन्द्र सोनी, अनिल भोजक, बबलू चौहान, अनिल चौधरी ने 45 से ऊपर के लिए सभी को वैक्सीन की दूसरी डोज के कैम्प प्रत्येक वार्डो में लगाने की मांग की ताकि आमजन को कोई परेशानी ना हो।
धरने में प्रधान गणपत सिंह रावत, उप प्रधान रामचन्द्र चौधरी, सभापति नरेश कनोजिया, उप सभापति रिखबचंद खटोड़, जयकिशन बलदुवा, सुभाष राठी, मनजीत सिंह हुड्डा व पार्षद कुलदीप बोहरा, सुरेन्द्र सोनी, मोनू सिंह मंगत, बबलू चौहान, अनिल भोजक, अनिल चौधरी, हंसराज शर्मा, तिर्लोक शर्मा, गोपाल सिंह रावत, सुनीता भाटी, पिंकी कुमावत, वेदराज भाटी, मनोज तंवर, वीरेन्द्र सिंह राठौड़, जितेंद्र सिंह राठौड़, पिंटू साहू, सरपंच प्रेम सिंह, किशोर सामरिया, राजवीर सिंह माडेडा, लक्की भाटी आदि सभी मौजूद थे।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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