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श्री कृष्णा कल्याण सेना के पंचम स्थापना दिवस पर रक्तदान व अन्य सामाजिक गतिविधियों के साथ समापन
डूंगरपुर, महेन्द्र सिंह पवार।
श्री कृष्णा कल्याण सेना का पंचम स्थापना दिवस 4 फरवरी 2021 को संस्थापक जिग्नेश वैष्णव के सानिध्य में बड़े हर्षोल्लास के मनाया गया।
प्रारम्भ में संस्थापक जिग्नेश वैष्णव द्वारा रक्तदान कर, कच्ची बस्तियों में राशन वितरण, हॉस्पिटल एवं मूक बधिर बालको में फल व बिस्किट वितरण कर सेवा प्रकल्पों के साथ पंचम स्थापना दिवस का समापन समारोह आयोजित किया गया।
संस्थापक जिग्नेश वैष्णव ने बताया कि आज से 5 वर्ष पूर्व उदयपुर डबोक में उन्होंने इस सेना की स्थापना की थी। कल्याण सेना को बनाने के उनके उद्देश्य थे कि युवाओं में धर्म संस्कृति और संस्कारों का प्रचार प्रसार होगा। आज जो परिस्थितियां हंै उनसे युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति और सभ्यता को भूलती चली जा रही है। आधुनिक युग में लोगों को अपने परिवार अपने बड़े बुजुर्गों माता पिता के लिए ही समय नहीं है ऐसी दशा में आने वाली पीढ़ी किसी गलत रास्ते पर न चले इस हेतु निरन्त युवाओं में धर्म, संस्कृति, त्याग सेवा और समर्पण को जाग्रत करने हेतु इस संगठन की नींव रखी गई थी।
संस्थापक जिग्नेश वैष्णव का कहना है कि परोपकार ही दूसरा अर्थ है दूसरों की भलाई करना, परोपकार के समान कोई धर्म नहीं है असहाय लोगों, रोगियों और विकलांगों की सेवा परोपकार के अंतर्गत आने वाले मुख्य कार्य हैं। श्री कृष्णा कल्याण सेना के मुख्य उद्देश्य में सनातन धर्म की रक्षा, युवाओ में देश भक्ति एवं संस्कारों का प्रचार, अनाथ रोगीयों की देख भाल, धर्म स्थलों की सेवा एवं सफाई, वृक्षारोपण, जल सरक्षंण, सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखना, गौ रक्षा , गौ सवंर्धन के कार्य, बेबस बेसहारा लोगों की सहायता करना एवं देश की रक्षा करना साथ ही आह्वान किये जाने पर राष्ट्र की सेवा करना। यह एक ऐसा संगठन है जो मानव जाति के कल्याण एवं दीन दुखियों की सहायता कर सके। विश्व कल्याण की भावना वाले इस संगठन में सभी नि:स्वार्थ भाव से कार्य करते हंै।
इस सेवा प्रकल्प के अंतिम दिवस संस्थापक जिग्नेश वैष्णव सहित जयेश भाटिया, प्रवेश कलाल ने भी रक्तदान किया एवं सेना के नरेश बांसड, जनक कंसारा, बलवंत सिंह तंवर, हार्दिक कलाल, संजय यादव, कुणाल कलाल, सुरेश चौहान सहित ब्लड बैंक टीम के डॉ कौस्तुभ सिंह, पदमेश गाँधी, शीतल कलासुआ, अंजली पाटीदार आदि मौजूद रहे।