डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
सरकारी दिशा निर्देशों को ताक में रख निजी विद्यालय ने चालू किया स्कूल
गोगुन्दा (उदयपुर), गोपाल जैन।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मार्च माह से ही शिक्षण संस्थानों को बन्द कर दिया गया था लेकिन स्थानीय निजी विद्यालय द्वारा सारे सरकारी निर्देशों को दरकिनार कर पिछले कई दिनों से स्कूल आने को मजबूर कर उन्हें पढ़ाया जा रहा है।
सीबीईईओ अम्बालाल ने बताया कि कस्बे में संचालित निजी विद्यालय सेंट मैथ्यूज में संचालन की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंचा। जहां दो कक्षाओं में बिना सोशल डिस्टेंस के बच्चे पढ़ाई करते पाये गए। जिसमें उक्त विद्यालय ने कोविड 19 के अनुसार केंद्र की 31 सितंबर तक विद्यालय बन्द की गाइडलाइन का उल्लंघन कर नियमों की अवहेलना पाई गई है जिस पर तुरन्त कार्रवाई के लिए डीईईओ को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया है। सेंट मैथ्यूज निजी स्कूल में पिछले कई दिनों से स्कूल स्टॉफ को बुलाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। जिस पर अभिभावकों व लोगों ने प्रशासन से शिकायत की। विद्यालय में मौके पर करीबन 30 बच्चों व स्टॉफ सहित 50 लोगों की भीड़ एकत्रित थी। कोरोना संक्रमण के दौर में बच्चों को स्कूल पढऩे के लिए बुला कर उनके जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
जबकि दूसरी तरफ सरकार बच्चों को स्कूल नहीं बुलाकर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए निर्देशित कर रही है। यही नहीं कस्बे में विभिन्न कोचिंग सेंटर में भी नियमित भीड़ एकत्रित कर बच्चों को बुलाया जा रहा है, प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जब स्थानीय अधिकारियों के स्कूल पहुंचने की जानकारी लगी तो स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में बच्चों को स्कूल से बाहर निकाला।
इस पर मामले में जब स्कूल प्रबंधन के संचालक संदीप मैसी से बात की तो बताया कि स्कूल में बच्चों को पूछताछ के लिए, बुक्स व अन्य जानकारी के लिए बुलाया गया जबकि वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि बच्चों को स्कूल में पढ़ाई कराई जा रही है। कोरोना काल के चलते पिछले 6 माह से भी अधिक समय से प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज बन्द है। यही नहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि स्कूल खुलने की गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। इस मामले के सामने आने के बाद गोगुन्दा ब्लॉक के शिक्षा अधिकारी ने स्कूल को नोटिस जारी कर दिया है, जिसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट डीईओ कार्यालय से मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद निदेशालय को स्कूल की मान्यता समाप्ति की फाइल भेज दी जाएगी।