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सात किलोमीटर पैदल चलकर मजदूरों ने की तहसीलदार से मजदूरी नहीं मिलने की शिकायत
बिछीवाड़ा, विकास मोडिया।
उपखंड बिछीवाड़ा के वन रेंज नाका अमझेरा के सेगामउडी, झीझवा में पिछले 4 महीनों की मजदूरी का मजदूरों को भुगतान नहीं मिलने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार महिला एवं बाल विकास आयोग के प्रदेश संयुक्त सचिव नारायण लाल मोडिया के नेतृत्व में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
दिए गए ज्ञापन में मजदूरों ने बताया कि वन क्षेत्र में माह जनवरी से आज तक दीवाल बनाने, खड्डे की खुदाई, चेक डैम, वृक्ष लगाने आदि कार्य मजदूरी की गई जिसमें उन्हें पिछले 4 मस्टोल का भुगतान अभी तक नहीं किया। मजदूरों की मांग पर बीती रात वन कर्मी मजदूरों के पास पहुंचे और एक मस्टरोल का रू. 120 के हिसाब से भुगतान करने लगे पर मजदूरों के मजदूरी का उचित दाम नहीं मिलने पर पैसा लेने से इनकार कर दिया जिस पर वन कर्मी एक बार तो चले गए फिर रात को करीबन 8.00 बजे वापस आए और समझाइश कर रू. 140 देने की बात कही जिस पर मजदूरों ने पैसे लेने से मान गए। जिस पर कर्मियों ने कोरे कागज पर उनके हस्ताक्षर और अंगूठा ले लिया इसमें सिर्फ उनका नाम लिखा हुआ था आगे राशि नहीं लिखी थी।
जब मजदूरों ने पूछा कि हमारे पिछले 4 माह का पैसा कब भुगतान करोगे तो उस पर वन कर्मियों ने उन्हें डरा धमका कर मजदूरी से निकालने के बात कह दी। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी अगर किसी को शिकायत की तो तुम्हारा ठिकाना नहीं है। जैसे ही रात गुजरी हम मजदूर लोग अपनी समस्या को लेकर सुबह अमझेरा से बिछीवाड़ा पैदल ही निकल पड़े उन्हें बिछीवाड़ा पहुंचने के लिए पैदल 7 किलोमीटर चलकर तहसीलदार को शिकायत करने पहुंचे। मजदूरों ने बताया कि पूर्व में उन्हें जनवरी माह की मजदूरी रू. 110 के हिसाब से दी गई पर कम मजदूरी के बारे में पूछताछ करने पर वन कर्मी ने बताया कि तुम ने काम किया ही नहीं जबकि मजदूरों ने बताया कि वह रोजाना सुबह 7.00 से लगाकर दोपहर 3.00 बजे तक लगातार काम करते थे और उनकी मोनीटरिंग में तीन वनकर्मी बराबर ऊपर निगरानी रखते थे और नपति का काम देते थे इसके बावजूद भी उनको कम मजदूरी दी गई।
मजदूरी नहीं मिलने से कोरोना महामारी में उनके घर परिवार का पालन पोषण करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मजदूरों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर उन्हें जल्द से जल्द मजदूरी दिलाने की मांग की। तो वहीं तहसीलदार ने भी उनका ज्ञापन पत्र लेते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनको उनकी मजदूरी का भुगतान करवाया जाएगा।