खूनी संघर्ष में मासूम बालिका की मौत

 खूनी संघर्ष में मासूम बालिका की मौत

उदयपुरवाटी (झुंझूंनूं), कैलाश बबेरवाल।
झुन्झुनूं जिले की उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों जमीनी विवाद को लेकर कई मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें कुछ मामलों में पुलिस की लापरवाही भी सामने नजर आ रही है। सूचना के बावजुद पुलिस कार्यवाही करने में असफल नजर आ रही है, जिससे ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है।
ऐसा ही एक मामला जोधपुरा पंचायत के मुनसागर की ढाणी में घटित हुआ। जिसमें पीडि़तों द्वारा मारपीट का मामला दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते पीडि़त परिवार के साथ दोबारा घटना घटित हो गई।
घटना में एक ही ढाणी के लोगों में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हुआ। खूनी संघर्ष में एक मासूम बालिका रेणु की मौत हो गई। खूनी संघर्ष शुक्रवार सांयकाल 7.30 बजे के लगभग घटित हुआ। जिसमें दोनों पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर आपस में झगड़ा हो गया।
झगड़े में एक पक्ष के लगभग 15 लोगों पर नामजद व अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसमें आरोप लगाया कि, आरोपियों ने पीडि़त रामचंद्र सैनी के परिवार पर अचानक दांतला, सरियों व पत्थरों से हमला बोल दिया। हमले में लालचंद व बद्री प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए।
हमले में घायल लालचंद को देखकर बीच-बचाव करने आई मासूम रेणु 10 वर्ष पुत्री रामचंद्र को हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया। जिससे रेणु लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ी तथा कुछ ही देर बाद मौके पर ही दम तोड़ दिया। बच्ची को मृत अवस्था मे देखकर हमलावर मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना पर पचलंगी चौकी प्रभारी राजेंद्र सिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और 108 की मदद से घायलों को सरकारी अस्पताल उदयपुरवाटी पहुंचाया। चौकी प्रभारी ने मृतक रेणु के शव को अपने कब्जे में लेना चाहा तो महिलाओं ने शव को घेर लिया। स्थिति को बिगड़ते देख घटना की जानकारी सीआई उदयपुरवाटी को दी गई, उसके बाद सीआई भगवान सहाय मीणा ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की तो परिजनों ने शव को घेर लिया।
मृतक रेणु की मां बिमला देवी सीआई से बार-बार यही कहती नजर आई कि अगर पुलिस हमारी समय पर सुनवाई कर लेती तो शायद आज मेरी बेटी रेणु जिंदा होती। मृतक रेणु की मां ऐसा इसलिए कह रही थी कि ऐसा ही मामला इनके साथ हमलावरों ने 10 जून 2020 को भी कर दिया था उसके बाद पीडि़त परिवार ने उदयपुरवाटी थाने में मामला दर्ज करवाया था जिसको लेकर 3 दिन तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
उसके बाद हमलावरों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने फिर से इस घटना को अंजाम दे दिया। घंटे भर की मशक्कत के बाद पुलिस हमलावर व उनके घरों से मिली तीन महिलाओं तथा एक लड़के को अपने हिरासत में लेकर आए। तब जाकर मृतक बालिका के परिजन माने और पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर उदयपुरवाटी मोर्चरी में पहुंचाया।
उसके बाद देर रात में मृतक रेणु के पिता रामचंद्र ने हमलावरों के खिलाफ नाम सहित हत्या व मारपीट का मामला दर्ज करवाया। शनिवार सुबह शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों ने शव लेने से इन्कार कर दिया कि पहले आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उसके बाद पुलिस ने कई घंटों तक समझाइश की तथा जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के आश्वासन पर परिजन माने और शव को लिया। शनिवार दोपहर को गमगीन माहौल में मासूम रेणु का अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान पूर्व प्रधान भगवानाराम सैनी, सुरेश मीणा किशोरपुरा, पूर्व सरपंच छाजूराम बाघोली, लालचंद, सरदारा राम, शंकरलाल सहित दर्जनों लोग थे। गांवो में इस प्रकार की घटने वाली घटनाओं को लेकर ग्रामीण सहमे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मारपीट के ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई नहीं करती है जिससे ऐसी घटनाएं बार-बार घटित होती हैं।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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