नियति ने मां बाप को छीना, अनाथ बच्चों की मदद को बढ़े हाथ

 नियति ने मां बाप को छीना, अनाथ बच्चों की मदद को बढ़े हाथ

भरतपुर, रेखचन्द्र भारद्वाज।

जिले के उपखण्ड भुसावर क्षेत्र के गांव निठार में 24 घण्टे के अन्तराल में बीमारी के प्रकोप से पति-पत्नी की मौत होना तथा मृतक दम्पति के बच्चों को अनाथ देख रिश्तेदार तथा ग्रामीण चिन्तित हो गए। ग्रामीणों द्वारा मृतक दम्पति का अन्तिम संस्कार कराया। अब बच्चों की देखभाल 75 वर्षीय नानी कर रही है, जिसे देख गांव के लोग व रिश्तेदारों की आंख से आंसू झलक आते हैं।
बच्चों की पढ़ाई व देखभाल सहित उसके क्षतिग्रस्त मकान की मरम्मत आदि की मदद लुपिन फाउन्डेशन भरतपुर के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता करेंगे। गांव के लोगों ने भी बच्चों की मदद का बीड़ा उठाया है। लुपिन के ई.डी.सीताराम गुप्ता ने भुसावर उपखण्ड अधिकारी मनमोहनसिंह मीणा से मृतक दम्पति के बच्चों को पालनहार योजना में शामिल करने तथा मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद कराने का आग्रह भी किया है। एसडीएम ने दूरभाष पर हल्का पटवारी से घटना की जानकारी लेकर मृतक दम्पति के बच्चों को पालनहार योजना तथा मुख्यमंत्री राहत कोष की फाइल तैयार कर 18 मई तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए।
मृतक दम्पति के बच्चों के मामा कामां के गांव बौलखेडा निवासी जगदीश शर्मा ने बताया कि भुसावर थाना के गांव निठार निवासी सुरेंद्र पुत्र श्योनारायण की पत्नी 34 वर्षीय सन्तोषदेवी की 12 मई 2020 को क्षयरोग से मौत हो गई, पत्नी की मौत से दु:खी 47 वर्षीय सुरेंद्र ने भी 13 मई को दम तोड़ दिया। पति-पत्नी की 24 घंटे के अन्तराल में मौत तथा मृतक दम्पति के अनाथ हुए बच्चों को देख गांव के लोग तथा रिश्तेदार चिन्तित हो गए।
ग्रामीण व रिश्तेदारों की मदद से दोनों का अन्तिम संस्कार हुआ। उन्होंने बताया कि मृतक दम्पति के तीन पुत्र 12 वर्षीय लोकेश कक्षा-5 वीं, 11 वर्षीय कपिल कक्षा चौथी तथा 9 वर्षीय गौरव कक्षा दूसरी में पढ़ते हंै जो अब अनाथ हो गए हैं। बच्चों की 75 वर्षीय नानी चमेली अब उनकी देखभाल कर रही है। बच्चों के पास नानी को बैठा तथा घर का काम करता देख पड़ौसी घरों की महिलाओं के आंख से आंसू झलक आते हैं। उन्होंने बताया कि कामां के बरिष्ठ ने दूरभाष पर लुपिन फाउन्डेशन के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता को गांव निठार की दर्द भरी घटना से अवगत कराया, जिन्होने लुपिन के एसीपीएम डॉ.भीमसिंह व भुसावर-वैर के ब्लॉक कॉडिनेटर शिवसिंह धाकड़ को भेज कर सहयोग का भरोसा दिया।
लुपिन टीम मृतक दम्पति के घर पहुंची तो अनाथ बच्चों व उनकी नानी को देख दु:खी हो गए। लुपिन के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि गांव निठार की घटना दर्द भरी है 24 घंटे के अन्दर पति-पत्नी की मौत होना तथा बच्चों की 75 वर्षीय नानी चमेली द्वारा देखभाल करना, बच्चों के भविष्य की चिन्ता है, रिश्तेदार व गांव के लोगों द्वारा मदद करना सराहनीय काम है लेकिन बच्चों के भविष्य पर ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया कि लुपिन बच्चों की पढ़ाई, मकान की मरम्मत एवं देखभाल आदि की मदद करेगी और पालनहार योजना एवं मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी मदद दिलाने को उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर फाइल तैयार कराऐगी। जिसके लिए भुसावर उपखण्ड अधिकारी मनमोहन मीणा से दूरभाष पर वार्ता हो गई। भुसावर उपखण्ड अधिकारी मनमोहन मीणा ने बताया कि गांव निठार की घटना की जानकारी मिली है। हल्का पटवारी को 24 घन्टे में मृतक दम्पति के परिवार की रिपोर्ट पेश करने तथा बच्चों को पालनहार योजना व मुख्यमंत्री सहायता कोष के नियम के तहत फाइल 18 मई तक पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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