कोरोना लॉकडाउन के बाद स्कूलों में भी ऑड-ईवन की तैयारी

 कोरोना लॉकडाउन के बाद स्कूलों में भी ऑड-ईवन की तैयारी

नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन के कारण पूरे देश में स्कूलें बंद हैं लेकिन देश में कोरोना की रफ्तार थमने के बजाय दिन ब दिन बढ़ रही है। ऐसे में अब स्कूलों में भी ऑड-ईवन की व्यवस्था शुरू करने की योजना पर विचार चल रहा है यानि रोज केवल आधे स्टूडेंट ही कैम्पस में रहेंगे।
सोशल डिस्टेंसिंग पर रहेगा जोर
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) स्कूलों को खोलने के लिए एक योजना पर काम कर रही है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय अगले सप्ताह स्कूलों को फिर से खोलने के लिए गाइडलाइंस जारी कर सकता है। इसमें स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, व्यक्तिगत आकलन और टीचिंग पर जोर रहने की उम्मीद है।
‘ईच क्लास, वन चैनलÓ रणनीति पर काम
स्कूलों और छात्रों के बीच भारी डिजिटल अंतर है। कई स्कूल अपने छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं लेकिन कई स्कूल खासकर सरकारी स्कूलों में यह व्यवस्था नहीं है। इसे देखते हुए एनसीईआरटी ऐसी पठन सामग्री तैयार कर रही है जिसे टीवी चैनलों के जरिये प्रसारित किया जा सके। इसके लिए काउंसिल ‘ईच क्लास, वन चैनलÓ रणनीति पर काम कर रही है।
पढ़ाई से नहीं होगा समझौता
एनसीईआरटी के डायरेक्टर हृषिकेश सेनापति ने कहा कि फाइनल गाइडलाइंस को मानव संसाधन मंत्रालय मंजूरी देगा। इसका मकसद सभी पक्षों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों की पढ़ाई के साथ कोई समझौता न हो।
मंत्रालय ने काउंसिल को स्कूलों के लिए गाइडलाइंस बनाने को कहा था। लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्कूलों के फिर से खुलने पर ये गाइडलाइंस लागू की जाएगी। इस समय कई ग्रुप इन गाइडलाइंस को अंतिम रूप दे रहे हैं।
ऑनलाइन टीचिंग जारी रखने का विकल्प
स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए ऑड-ईवन के अलावा एक अन्य विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है। इसके तहत एक सप्ताह छात्रों का एक सेट स्कूल जाएगा और अगले सप्ताह दूसरा। एनसीईआरटी स्कूलों को फिर से खोलने के लिए गाइडलाइंस तैयार कर रही है जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग पर सबसे ज्यादा जोर होगा। इसमें यह भी बताया जाएगा कि घर में रहने वाले छात्र क्या करेंगे। एक विकल्प यह भी है कि स्कूल अपनी ऑनलाइन टीचिंग जारी रख सकते हैं और छात्रों को एसाइनमेंट तथा एक्टिविटीज दे सकते हैं।
अगर स्कूलों को लॉकडाउन के बाद दोबारा खोला जाता है तो इस बात की प्रबल संभावना है कि एक्स्ट्राकरिकुलर एक्टिविटीज, एसेंबली और टीम खेल आयोजन नहीं कराए जाएंगे।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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