वागड़ गांधी की 39वीं पुण्यतिथि

 वागड़ गांधी की 39वीं पुण्यतिथि

डूंगरपुर (लालशंकर रोत)।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में वागड़ गांधी स्व भोगीलाल पण्डया का योगदान कभी भुलाया नही जाएगा। आने वाली अनेक पीढिय़ों में वे याद किये जाते रहेंगे। यह उद्गार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता व पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा ने 31 मार्च को गांधी आश्रम स्थित स्व भोगीलाल पण्डया की समाधि स्थल पर आयोजित उनकी 39वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली अर्पित कार्यक्रम में व्यक्त किये।
भगोरा ने कहा कि, पंड्या की समाज सेवा में गहरी रुची थी। वे सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में लोगों के बीच कार्य करते रहे। 1935 में जब राष्ट्रपति महात्मा गाँधी ने हरिजन आंदोलन शुरू किया तो इसकी चिंगारी राजस्थान में भी आ पहुँची। जब उन्होंने आदिवासी बहुल क्षेत्र डूंगरपूर-बाँसवाड़ा में हरिजन सेवक संघ की शुरुआत कर समाज सेवा के लिए एक मंच की स्थापना की।
पूर्व सांसद भगोरा ने कहा कि पंड्या ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में वागड़ क्षेत्र के कोने -कोने में प्रचार किया और 1944 ई. में रियासती शासन के विरुद्ध उठ खड़े होने के लिए अनेक सभाओं का आयोजन किया। उन्होने कहा कि 1944 में डूंगरपुर रियासत भी राजस्थान संघ में मिल गई थी तब भोगीलाल पंड्या को इसमें मंत्री बनाया गया। सुखाडिय़ा मंत्रिमंडल में भी भोगीलाल दो बार मंत्री बनाए गये।
भगोरा ने कहा कि वागड़ मे आजादी की अलख जगाने वाले स्व पण्डया आने वाली अनेक पीढिय़ो मे याद किये जाते रहेंगे। कार्यक्रम मे जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियकान्त पण्ड्या,दीपक श्रीमाल, जितेन्द्र उपाध्याय सेवा संघ डूंगरपुर, कन्हैयालाल उपाध्याय, राकेश डामोर ने पुष्पंजलि अर्पित की।

अभिषेक लट्टा - प्रभारी संपादक मो 9351821776

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