डाक विभाग कॉलोनियों में जाकर खोल रहा है सुकन्या समृद्धि खाते
माटी राजस्थान री
रविन्द्र पुरी गोस्वामी (मोड़ी)
मो. 8112204094
कण कण सु मोह थारो यू मने भावे है।
देख थने म्हारो दिल घनो खुश हो जावे है।
शुरा री आ धरती है, वीरा री आ माटी है,
याद महाराणा प्रताप ने करीन, म्हारी छाती चोड़ी हो जावे है।
गौरव है चित्तौड़ थारो, मस्तक है उदयपुर दुल्हारो,
हल्दी घाटी री यादाँ सु जूडिय़ो है मन यो म्हारो।
देखीन गुलाबी नगरी ने, जीवड़ो म्हारो भर जावे है,
देख मरुस्थल जोधपुर रो, हीवड़ा में आग म्हारे लाग जावे है।
सौंदर्य री रानी ही रानी पद्मावती, जन्म लियो हो थारी माटी पे,
नजर नाकी अलाउद्दीन, तो जौहर कियो हो थारी लाज वचावन वाते।
कण कण सु मोह थारो यू मने भावे है।
देख थने म्हारो दिल घनो खुश हो जावे है।
देख तलवार महारणा प्रताप री, अकबर भी शीष झुकावे है,
देख अणि माटी री वीरता ने तो, झील भी झलक-झलक सी जावे है।
मुकुट पर ताज है चित्तौड़ रे किला को, तो भय कयाँ सतावे है,
महाराणा प्रताप रे नाम उ तो, अकबर भी थर-थर कांप जावे है।
गर्व मने हैं माटी थारे पे, थे जन्म दियो हो चेटक ने,
कट गयो हो एक पायो तो भी, छलांग गयो हो पुरो नालो।
वाह माटी वाह माटी थे तो खूब नाम कमायो है,
देख इतिहास थारो तो अमरिका भी थारे आगे झुक आयो है।
कण कण सु मोह थारो यू मने भावे है।
देख थने म्हारो दिल घनो खुश हो जावे है।
सभी राजस्थान वासियो एवं भारत के नागरिकों को मेरी तरफ से राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।